tag:blogger.com,1999:blog-2293085060815674786.post4401153846550235571..comments2023-09-24T19:44:51.648+05:30Comments on chakorvaani चकोरवाणी: एकगज़लानुमा रचना अगर बरसात में छत का टपकना बंद हो जाएवीरेन्द्र जैनhttp://www.blogger.com/profile/03394460991280336978noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2293085060815674786.post-6873275346788542362010-07-01T21:50:40.120+05:302010-07-01T21:50:40.120+05:30अगर अंतर करें ना एकलव्यों और अर्जुन में
हमारे देश...अगर अंतर करें ना एकलव्यों और अर्जुन में<br /><br />हमारे देश का हर इक गुरू गोबिन्द हो जाये<br /><br />तुम्हारे बाम पर आने का लम्हा गर मुकर्रर हो<br />हमीं क्या हर कोई फिर वक़्त का पाबन्द हो जाये<br />वाह बहुत लाजवाब शेर हैं। आभार।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2293085060815674786.post-13955966746306938052010-07-01T15:23:35.161+05:302010-07-01T15:23:35.161+05:30तुम्हारे बाम पर आने का लम्हा गर मुकर्रर हो
हमीं क्...तुम्हारे बाम पर आने का लम्हा गर मुकर्रर हो<br />हमीं क्या हर कोई फिर वक़्त का पाबन्द हो जाये<br /><br />वाह...वा...एक दम अछूता शेर कहा है आपने...बेहतरीन...दाद कबूल करें...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com