बुधवार, मार्च 03, 2010

कुछ अहसान साथ ले जाना

कुछ अहसान साथ ले जाना
वीरेन्द्र जैन


सबके कर्ज़ चुका मत देना
कुछ अहसान साथ ले जाना

कभी बुआ ने करी गुदगुदी
चाचाजी ने खूब हँसाया
दादाजी ने घोड़ा बन कर
कभी पीठ पर तुम्हें बिठाया
इस उधार पर चलती दुनियाँ
ऐसे दान साथ ले जाना
सबके कर्ज़ चुका मत देना
कुछ अहसान साथ ले जाना
बिजली छूने वाले थे जब
बड़े भाई ने जड़े तमाचे
दोस्त तुम्हारी शादी में जब
दिल की गहराई से नाचे
मुर्दा होकर मत मर जाना
थोड़ी जान साथ ले जाना
सब के कर्ज़ चुका मत देना
कुछ अहसान साथ ले जाना

वीरेन्द्र जैन
2/1 शालीमार स्टर्लिंग रायसेन रोड
अप्सरा टाकीज के पास भोपाल मप्र
फोन 9425674629

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